बागेश्वर -: जल जीवन मिशन पर हो रहे कार्य पर 30 करोड़ का घोटाला

जल जीवन मिशन पर हो रहे कार्य पर 30 करोड़ का घोटाले का आरोप

बागेश्वर में बीस सूत्री टास्क फोर्स द्वारा जल जीवन मिशन की जांच के संबंध में गोपाल वनवासी द्वारा प्रेस कांफ्रेंसिंग की गई, जिसमें गोपाल वनवासी द्वारा बीस सूत्री टास्क फोर्स द्वारा किए जाने वाले जांच पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रशासन द्वारा टास्क फोर्स को एक सुनियोजित षड्यंत्र के तहत तोड़मरोड़कर जांच सौंपी गई है, ताकि टास्क फोर्स की जांच को भटकाया जा सके , ज़िला प्रशासन व जिलाधिकारी कदापि जल जीवन मिशन योजनाओं की जांच कराना तथा उन पर कार्यवाही करना नहीं चाहते हैं, बीस सूत्रीय टास्क फोर्स के मात्र एक सदस्य मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा रिगुनियां तथा मगरुपहरी पेयजल योजना की जांच की गई है, जिसमें रिगुनिया पेयजल योजना प्रथम चरण के बाद द्वितीय चरण का कार्य छः माह पहले ही पूर्ण हो गया है, जबकि जांच के दौरान प्रथम चरण का काम जारी है, मगरुपहरी पेयजल योजना की जांच के दौरान भारी अनियमितता पाई गई है, 65mm के 6471 मीटर ,50mm के 6397 मीटर पाईप मेजरमेंट में दिखाये गये हैं, जबकि दौराने जांच 65mm के 2112 मीटर तथा 50 mm के 2475 मीटर पाईप लगाये पाये गये हैं, बीस सूत्री टास्क फोर्स द्वारा अभी तक इसके खिलाफ जांच रिपोर्ट तैयार कर कार्यवाही की संस्तुति कर देनी चाहिए थी, परन्तु आज दिन तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है, सभी बीस सूत्री टास्क फोर्स के सदस्य जिलाधिकारी के अधीन आने वाले विभागों से हैं, कहा की प्रेस कांन्फ्रेंस कर अंतिम बार उनके द्वारा शिकायत की प्रति प्रेषित की जा रही है, इसके बाद सीघ्र जिलाधिकारी को पार्टी बनाते हुए माननीय न्यायालय की शरण लेने को मजबूर होना पड़ेगा जिलाधिकारी ने कहा कि जल जीवन मिशन पर घोटाले की शिकायत आयी है इस पर जांच की जा रही है जो भी इसमें दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उत्तराखंड वार्ता

उत्तराखंड वार्ता समूह संपादक

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