बागेश्वर से दुःखद खबर -: शोक की लहर में डूबा बागेश्वर जिले का कुलाऊँ गांव,

बागेश्वर जिले के कुलाऊँ गांव का हरीश अपने किसी काम से कुलाऊ गधेरे मे गया था जहां उसको करंट लग गया, और वह मूर्छित हो गया जिसके बाद स्थानीय ग्रामीण बचे सिंह ने प्राथमिक उपचार के लिए उन्हें बैजनाथ सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहा पर प्रभारी चिकत्सा अधिकारी डॉ विजय कुमार ने बताया की हॉस्पिटल लाने तक हरीश की मृत्यु हो चुकी थीं, जिसके बाद थानाध्यक्ष कुंदन सिंह रौतेला ने हॉस्पिटल पहुंच कर शव का पंचनामा भर शव को पोस्टमार्टम हेतु जिला अस्पताल बागेश्वर भेज दिया है, बड़े बेटे के इंतजार में बॉडी को पूरे दिन तक घर पर ही रखा, बड़ा बेटा अनिल रावत भारतीय सेना में जवान है। जो की बॉर्डर पर देश की रक्षा कर रहा था, घर में पिता की मौत की खबर सुनकर बेटा घर को लौट गया,
दुःखद सूचना मिलते ही पूरा गांव शोक में डूब गया। पूरे गांव में शोक की लहर छा गई, परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है, वही हरीश छोटे-छोटे बच्चों को छोड़कर हमेशा के लिए अलविदा कह गए, वो अपने गांव के काफी मिलनसार व्यक्ति थे, और पूरे गांव के सुख दुख के साथी भी माने जाते थे, हरीश काफी टाइम से गांव में ही छोटा-मोटा व्यवसाय करते थे, उनके तीन भाई एक बहन है, और उनके पिताजी का देहांत पहले ही हो चुका है,
जब गढ़वाली कुमाऊनी वार्ता ने उनका हाल-चाल जाना तो गांव से लोगों कहना था कि वह लोग 12:00 बजे तक उनका आने का इंतजार कर रहे थे उनकी बॉडी 12:00 बजे कुलाऊँ पहुंची,आज देर शाम उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा,

उत्तराखंड वार्ता

उत्तराखंड वार्ता समूह संपादक

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