Dehradun news Update: दुःखद खबर :उत्तराखंड की सुप्रसिद्ध अभिनेत्री गीता उनियाल का निधन …

देहरादून। उत्तराखंड की बेहतरीन अभिनेत्री गीता उनियाल अब हमारे बीच नहीं रही, नहीं मालूम था ऐसा हो जाएगा। तुम एक जिंदा दिल कलाकार थी। बीमारी में भी हमेशा मुस्कुराती रही और एक बहादुर योद्धा की तरह जीवन और मृत्यु की लड़ाई लड़ती रही। तुम्हारा यूं चले जाना उत्तराखंड कला जगत में बहुत बड़ी क्षति है।

पिछले कई वर्षों से कैंसर से जूझ रही सुप्रसिद्ध अभिनेत्री गीता उनियाल का निधन हो गया। उन्होंने अपने आवास पर अंतिम सांस ली।

उत्तराखंड की सुप्रसिद्ध अभिनेत्री गीता उनियाल का निधन हो गया। गीता ने अपने आवास पर अंतिम सांस ली।

गीता उनियाल पिछले कई वर्षों से कैंसर से जूझ रही थी। गीता उनियाल का निधन उत्तराखंड की संस्कृति के लिए बड़ी क्षति है। उत्तराखंड फिल्म जगत के लिए इस वक्त एक दुखद खबर सामने आ रही है आपको बता दें की मशहूर अभिनेत्री गीता उनियाल ने उत्तराखंड फिल्म जगत को अलविदा कह दिया है.

पिछले दो-तीन सालों से गीता उनियाल लगातार बीमार चल रही थी और इस दौरान उन्होंने फिल्मों में और उत्तराखंड के गीतों में काम करना कम कर दिया था लेकिन इसी बीच दुखद खबर सामने आई है जिसने पूरे उत्तराखंड फिल्म जगत को झकझोर कर दिया है कि गीता उनियाल अब हमारे बीच में नहीं रही.

लंबे समय से गीता उनियाल उत्तराखंड फिल्म जगत से जुड़ी थी और उन्होंने कई गीतों में अभिनय किया और कई फिल्मों में भी उन्होंने काम किया था.

उत्तराखंड की सुपरस्टार अभिनेत्री गीता उनियाल को सायद हर कोई जनता होगा, गीता का जन्म उत्तराखंड के एक संपन परिवार में हुआ। बचपन से ही अभिनय में रूचि के चलते उन्होंने 2004 में उत्तराखंड एल्बम में काम करना शुरू किया। फिर कभी पीछे नहीं देखा और वो हर एक एल्बम में हिट होती चली गयी उन्होंने 2011 में विकास उनियाल से लव मैरिज की, उनका एक बेटा भी है जिसका नाम रुद्राश है। घर की जिम्मेदारियों के बीच भी वो अपने संस्कृति के लगातार काम करती रहीं। उत्तराखंड के 200 से जादा एल्बम में काम कर चुकी गीता उनियाल का ये सफ़र काफी चुनौतियों से भी भरा था, लेकिन मेहनत और लगन ने उन्हें नयी दिशायें दी। फिल्म ‘भुली-ए- भुली’ में शानदार अभिनय सबके दिल और दिमाग में उत्तर गया। इससे पहले भी उन्होंने, फ्योंली जवान ह्वेगे, भगत और घंडियाल, ब्यो, पीड़ा, संजोग अभी जग्वाल कैरा, आदि फ़िल्मों में भी काम किया इतना ही नहीं उन्होंने ‘द हैवोक’ नाम की हिंदी फिल्म में भी काम किया। गीता की सुपरहिट एल्बम में सकला, खुद, नोनी भावना, छकना बांद, शुभागा, स्याली रौशनी, बिजुमा प्यारी, सुनीता स्याली, बिंदुली, बबिता, त्यारा सों, आंख्यों की तीस, जुन्याली रात और भी बहुत सारी एल्बम सामिल हैं। लोक संस्कृति और कलामंच के लिए किये गए उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए उन्हें कई सम्मान भी मिले हैं, 2009 में पर्वतीय बिगुल की और से बेस्ट एल्बम एक्ट्रेस के हिलीहुड सम्मान से नवाजा गया, जबकि 2010 में फिल्म पीड़ा के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का सामान मिला, इसके अलावा उन्हें ‘युफा अवार्ड 2017’ बेस्ट एक्ट्रेस से भी सम्मानित किया गया है।

पिछले दो-तीन सालों से गीता उनियाल लगातार बीमार चल रही थी और इस दौरान उन्होंने फिल्मों में और उत्तराखंड के गीतों में काम करना कम कर दिया था लेकिन इसी बीच दुखद खबर सामने आई है जिसने पूरे उत्तराखंड फिल्म जगत को झकझोर कर दिया है कि गीता उनियाल अब हमारे बीच में नहीं रही।

उत्तराखंड वार्ता

उत्तराखंड वार्ता समूह संपादक

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