भारतीय महिला हॉकी टीम, वंदना ने पिता की कमी की भावुकता को माँ से लिपट कर किया बयान

हरिद्वार । टोक्यो ओलंपिक में हॉकी में हैट्रिक लगाने वाली हरिद्वार की वंदना कटारिया आज देहरादून जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंची उनका भव्य स्वागत हुआ। वही दोनों बहनें पैसों की माला लेकर एय़रपोर्ट पहुंची थी, माला पहनाकर गले लगाया। इस दौरान सभी भावुक हो गए।वहीं खेल प्रेमियों ने गर्म जोशी के साथ वंदना कटारिया का स्वागत किया।

दिल्ली से एयर इंडिया की फ्लाइट से वंदना 8:45 मिनट पर जॉली ग्रांट एयरपोर्ट पहुंचीं।एयरपोर्ट के बाहर उनके परिवार वालों और खेल प्रेमियों समेत विधायक मेयर ने वंदना कटारिया का फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया। एयरपोर्ट से वंदना कटारिया का काफ़िला कड़ी सुरक्षा के साथ भानिया वाला से होते हुए हरिद्वार केलिए रवाना हो गया।एयरपोर्ट पर वंदना कटारिया ने मीडिया से बात करते हुए ओलंपिक के अपने अनुभव को सांझा किया और भविष्य में और अच्छे प्रदर्शन से भारतीय महिला हॉकी को और ऊंचाई पर ले जाने की बात कही। वंदना के स्वागत में भीम आर्मी के कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।घर पहुंचते ही मां के गले लग वंदना फफक-फफक कर रो पड़ी और कहा कि मेरी हर असफलता पर मेरी हिम्मत बढ़ा कर मुझे सफलता के लिए दोगुने जोश, मेहनत और उत्साह से तैयारी करने की हौसला देने वाला चला गया। उन्हें इस तरह मां के गले लग पिता की याद में रोता देख वहां मौजूद हर आंख नम हो गयी और माहौल कुछ देर को गमगीन हो गया। वंदना स्वागत समारोह के बाद जैसे ही घर पहुंची तो उसके आंसू छलक पड़े। पिता को याद करते हुए वो मां के गले लग रो उठी। पिता के निधन के बाद वह पहली बार अपनी मां से मिल रही थी। इस दौरान वंदना की मां ने हिम्मत बांधे रखी और बेटी के मन के गुबार को निकलने दिया। बाद में भावुक हुई वंदना को उसकी मां सोरण देवी और भाइयों ने ढांढस बंधाया और चुप कराया। वंदना के पिता का निधन हो गया है। जब वंदना के  पिता का निधन हुआ था उस वक्त वंदना घर से बाहर थीं और गेम की तैयारी कर रहीं थी। पिता के निधन के दौरान वो घर नहीं आ पाईं थी और अब सीधे ओलंपिक के बाद वो घर आईं तो वो मां को गले लगाकर रो पड़ी।उन्होंने इस दौरान पिता को मिस किया।

उत्तराखंड वार्ता

उत्तराखंड वार्ता समूह संपादक

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