पिथौरागढ -: शहर की नौकरी छोड़ गांव लौटे युवा और शुरू किया मुर्गी पालन और सब्जी उत्पाद, कमा रहे लाखों…..

पिथौरागढ के डोकूना-भागीचौरा निवासी दो युवाओं ने पलायन को दी मात, शहर की नौकरी छोड़ लौटे गांव और शुरू किया अपना मुर्गी पालन और सब्जी उत्पादन का व्यवसाय

आज के समय में जहां युवा अपने घर से बाहर जाकर विदेश में या फिर बड़े बड़े शहरो में अच्छी नौकरी करना चाहते है वहीं पिथौरागढ़ जिले के दो युवक डीडीहाट के खेतार गांव निवासी प्रदीप ठकुराठी और डोकूना-भागीचौरा निवासी कवीन्द्र पोखरिया ऐसे युवा हैं जो दिल्ली जैसे शहर में अपनी अच्छी नौकरी छोड़ अपने गांव वापस आये और शुरू किया अपना स्वरोजगार

ये दोनों बताते हैं की हम दिल्ली जैसे शहर में नौकरी कर अच्छे पैसे कमा तो रहे थे पर मन में अपने गांव मे स्वरोजगार करने की इच्छा हमेशा रहती थी और कोरोना काल के समय आखिर निर्णय ले ही लिया कि अब गाँव मे ही स्वरोजगार करना है तब इन्होने अपने फ्री रेंज देसी पोल्ट्री फार्म की शुरुवात की और काम करना शुरू किया शुरूवात मे बहुत कठिनाइयाँ भी आयी पर हार नही मानी और निरन्तर काम करते रहे और आज इनके फार्म से रोज 350 से 400 अंडो का उत्पादन हो रहा है और हर रोज डीडीहाट, ओगला, भागीचौरा, अस्कोट, जौलजीवी, धारचूला और पिथौरागढ़ तक ताजे अंडे ग्राहको तक भेज रहे है ।

कवीन्द्र बताया कि हम प्रत्येक दिन मुर्गियों को फ्री रेंज में छोड़ते है जिससे की मुर्गिया अपना मन पसंद खाना खाती है मौसम के अनुसार हम मुर्गियो को हरे चारे के रूप में बरसीम, बाजरा, मूली, पालक, केले, पुदीने के पत्ते और लहसुन देते है जो इम्यूनिटी बुस्टर का काम करते है जिससे मुर्गिया स्वस्थ रहती है और पोषक तत्त्वों से भरपूर अंडा देती है।

मुर्गी पालन के साथ – साथ ये युवा सब्जी उत्पादन और वर्मी कम्पोस्ट पर भी काम कर रहे है। इनका लक्ष्य गाँव में अन्य लोगो को भी रोजगार देना है और किसानो के उत्पादो को बाजार उपलब्ध कराना है।
कॉल करें 7982190421, 8410002500।

उत्तराखंड वार्ता

उत्तराखंड वार्ता समूह संपादक

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